LPG Gas Cylinder Price: केंद्रीय बजट 2025 से पहले आम जनता को थोड़ी राहत मिली है। तेल विपणन कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में संशोधन किया है, जिससे 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 7 रुपये कम हो गई है। हालांकि, यह राहत केवल व्यावसायिक उपभोक्ताओं को मिली है, जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं।
फरवरी 2025 में कमर्शियल एलपीजी के नए दाम
जनवरी 2025 में दिल्ली में 19 किलोग्राम के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,804 रुपये थी, जो अब घटकर 1,797 रुपये हो गई है। अन्य प्रमुख शहरों में नई कीमतें इस प्रकार हैं:
- कोलकाता: 1,911 रुपये
- मुंबई: 1,756 रुपये
- चेन्नई: 1,966 रुपये
तेल कंपनियों ने यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की बेंचमार्क कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर किया है।
एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में 5.6% की वृद्धि
जहां एक ओर कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में कटौती हुई है, वहीं एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में 5.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
दिल्ली में ATF की कीमत 95,533.72 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। वही मुंबई में ATF की कीमत 84,511.93 रुपये से बढ़कर 89,318.90 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है।
इस बढ़ोतरी का सीधा असर हवाई किरायों पर पड़ सकता है, जिससे हवाई यात्रा महंगी हो सकती है।
घरेलू एलपीजी और ईंधन की कीमतें स्थिर
फरवरी 2025 तक दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 803 रुपये बनी हुई है। फिलहाल इनकी कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में पेट्रोल: 94.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल: 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मार्च 2024 में आम चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी।
जनवरी से अब तक ईंधन की कीमतों में उतार-चढ़ाव
1 जनवरी 2025: कमर्शियल एलपीजी की कीमत में 14.5 रुपये की कमी हुई थी।
1 नवंबर 2024: ATF की कीमतों में 3.3% (2,941.5 रुपये/किलोलीटर) की वृद्धि हुई थी।
1 दिसंबर 2024: ATF में 1.45% (1,318.12 रुपये/किलोलीटर) की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
1 जनवरी 2025: ATF की कीमतों में 1.5% की कटौती हुई, लेकिन फरवरी में फिर 5.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
भारत में ईंधन की कीमतों को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां नियंत्रित करती हैं। ये कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को ATF और LPG की कीमतों में संशोधन करती हैं।
ईंधन की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें
- विदेशी मुद्रा विनिमय दर
- सरकार द्वारा लगाए गए कर और शुल्क
- घरेलू मांग और आपूर्ति की स्थिति
कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में 7 रुपये की कटौती से होटल, रेस्तरां और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों को थोड़ी राहत मिलेगी।
ATF की बढ़ी हुई कीमतों से हवाई किरायों में वृद्धि हो सकती है, जिससे यात्रियों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
भविष्य में और बदलाव संभव?
केंद्रीय बजट 2025 से पहले सरकार आम जनता को राहत देने के लिए घरेलू एलपीजी पर सब्सिडी बढ़ाने या पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती का फैसला ले सकती है। आगामी महीनों में ईंधन की कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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