New guidelines issued for notes: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 10, 20, 100 और 500 रुपये के नोटों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन गाइडलाइंस का मुख्य उद्देश्य नोटों की सुरक्षा बढ़ाना और आम जनता को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। साथ ही, इन नोटों के डिज़ाइन में भारतीय संस्कृति और विरासत को दर्शाने वाले कई बदलाव किए गए हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इन नए नियमों और परिवर्तनों के बारे में।
RBI ने इन नए नोटों को महात्मा गांधी (न्यू) सीरीज़ का नाम दिया है। इस सीरीज़ में 10, 20, 100 और 500 रुपये के नोट शामिल हैं, जिनमें सुरक्षा फीचर्स को मजबूत करने के साथ-साथ डिज़ाइन में भी सुधार किया गया है। नए नोटों को पहचानना आसान बनाया गया है और इनमें आधुनिक सुरक्षा उपाय जोड़े गए हैं।
10 रुपये के नोट में बदलाव
- मुख्य रंग: चॉकलेट ब्राउन
- पीछे की डिज़ाइन: उड़ीसा के प्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर का चित्र
- सुरक्षा फीचर्स: विंडो सिक्योरिटी थ्रेड, स्वच्छ भारत लोगो
- आकार: 63 मिमी x 123 मिमी
20 रुपये के नोट का नया स्वरूप
- मुख्य रंग: हल्का हरा और पीला
- पीछे की डिज़ाइन: महाराष्ट्र की प्रसिद्ध एलोरा गुफाओं का चित्र
- सुरक्षा फीचर्स: माइक्रो लेटरिंग, फ्लोरोसेंट इंक
100 रुपये के नोट में परिवर्तन
- मुख्य रंग: लैवेंडर
- पीछे की डिज़ाइन: गुजरात की प्रसिद्ध रानी की वाव का चित्र
- सुरक्षा फीचर्स: कलर शिफ्टिंग इंक, उभरी हुई छपाई
- आकार: 66 मिमी x 142 मिमी
500 रुपये के नोट का नया डिज़ाइन
- मुख्य रंग: स्टोन ग्रे
- पीछे की डिज़ाइन: दिल्ली का प्रसिद्ध लाल किला
- सुरक्षा फीचर्स: सिक्योरिटी थ्रेड (हरे से नीले रंग में बदलने वाला), उभरी हुई छपाई, ब्लीड लाइन्स
सुरक्षा फीचर्स में सुधार
RBI ने सभी नए नोटों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई नए फीचर्स जोड़े हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं,
- कलर शिफ्टिंग इंक – नोट को झुकाने पर रंग बदलता है, जिससे नकली नोटों की पहचान आसान होती है।
- माइक्रो लेटरिंग – छोटे अक्षरों में ‘भारत’ और ‘India’ लिखा गया है, जिसे नकली नोटों में नकल करना मुश्किल होता है।
- ब्लीड लाइन्स – दृष्टिहीन व्यक्तियों को नोट पहचानने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई विशेष लाइन्स।
भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा
नए नोटों के डिज़ाइन में भारतीय ऐतिहासिक स्थलों के चित्र दिखाए गए हैं, जैसे कि कोणार्क सूर्य मंदिर, एलोरा गुफाएं, रानी की वाव और लाल किला। यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है और इसके प्रचार में योगदान देता है।
RBI ने दृष्टिहीन व्यक्तियों को नोट पहचानने में मदद करने के लिए उभरी हुई छपाई और ब्लीड लाइन्स जोड़ी हैं। ये सुविधाएं उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगी।
नई गाइडलाइंस के प्रभाव
- नकली नोटों पर रोकथाम – उन्नत सुरक्षा फीचर्स के कारण जालसाजी की संभावनाएं कम होंगी।
- जनता के लिए लाभदायक – दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं।
- संस्कृति का प्रचार – ऐतिहासिक स्थलों की छवियों से भारतीय धरोहर को प्रोत्साहन मिलेगा।
- प्रारंभिक असुविधा – लोगों को नए नोटों को पहचानने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन धीरे-धीरे सभी इनसे अभ्यस्त हो जाएंगे।
RBI ने स्पष्ट किया है कि पुराने 10, 20, 100 और 500 रुपये के नोट भी वैध रहेंगे। इसलिए, लोगों को अपने पुराने नोट बदलने की कोई जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। पुराने नोटों को सहज रूप से उपयोग किया जा सकता है, और नए नोट धीरे-धीरे चलन में आ जाएंगे।
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइंस एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल नोटों की सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी बढ़ावा देगा। नए डिज़ाइन और सुरक्षा फीचर्स नकली नोटों पर रोकथाम करेंगे, और दृष्टिहीन व्यक्तियों को भी लाभ होगा। हालांकि, प्रारंभिक समय में लोगों को इन परिवर्तनों को समझने में कठिनाई हो सकती है, लेकिन लंबे समय में ये बदलाव हमारी अर्थव्यवस्था और समाज के लिए फायदेमंद साबित होंगे।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।