RBI Latest Update : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय-समय पर करेंसी से जुड़ी नई गाइडलाइंस जारी करता रहता है। हाल ही में RBI ने 100 और 500 रुपये के नोटों को लेकर एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया है।
नकली नोटों का बढ़ता प्रचलन भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है, इसलिए हर व्यक्ति को असली और नकली नोट की पहचान करना आना चाहिए। आइए जानते हैं RBI की नई गाइडलाइन के बारे में।
100 रुपये के असली नोट की पहचान
1. वॉटरमार्क और डिजाइन
- 100 रुपये के असली नोट में वर्टिकल बैंड के पास एक खास तरह का फ्लोरल डिज़ाइन होता है।
- महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ वॉटरमार्क एरिया में ‘100’ लिखा होता है।
- नकली नोटों में यह डिज़ाइन या तो गायब होता है या सही तरीके से नहीं बना होता।
2. सिक्योरिटी थ्रेड
- असली नोट में सिक्योरिटी थ्रेड पर ‘India’ और ‘RBI’ लिखा होता है।
- इसे अलग-अलग एंगल से देखने पर इसका रंग नीले से हरे में बदल जाता है।
- नकली नोटों में यह सिक्योरिटी थ्रेड या तो गायब होता है या इसका रंग नहीं बदलता।
3. टेक्स्ट से करें पहचान
- नोट के वर्टिकल बैंड और महात्मा गांधी की फोटो के बीच ‘100’ और ‘RBI’ लिखा होता है।
- असली नोट में इन शब्दों की स्थिति तय होती है, लेकिन नकली नोटों में यह गड़बड़ हो सकता है।
500 रुपये के असली नोट की पहचान
नकली 500 रुपये के नोटों की पहचान करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना जरूरी है। सबसे पहले, स्पेलिंग की जांच करें, क्योंकि कई नकली नोटों में ‘RESERVE BANK OF INDIA’ की स्पेलिंग गलत हो सकती है। अक्सर नकली नोटों पर ‘RASERVE BANK OF INDIA’ लिखा पाया गया है, इसलिए नोट लेते समय इस स्पेलिंग को ध्यान से जरूर चेक करें।
दूसरी महत्वपूर्ण पहचान नोट के पेपर की गुणवत्ता से की जा सकती है। असली नोट की तुलना में नकली नोट का पेपर पतला और कमजोर होता है। असली नोट को हाथ से मसलने पर वह जल्दी खराब नहीं होता, जबकि नकली नोट रंग छोड़ सकता है। इसलिए नकली नोटों से बचने के लिए इन बिंदुओं को ध्यान में रखना आवश्यक है।
सावधानी बरतें
नकली नोटों का चलन सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए, जब भी आप 100 या 500 रुपये के नोट लें, तो ऊपर बताए गए तरीकों से उनकी सही तरीके से जांच जरूर करें। अगर आपको कोई नकली नोट मिलता है, तो तुरंत नजदीकी बैंक या पुलिस को सूचित करें।
RBI द्वारा जारी इन गाइडलाइंस को अपनाकर हम सभी सुरक्षित लेन-देन कर सकते हैं और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।